Stock Market Holidays 2024-25: BSE/NSE की पूरी छुट्टी सूची

Stock Market Holidays - शेयर बाजार की छुट्टियाँ: जानिए कब बंद रहता है बाजार और क्यों है यह जानना जरूरी? (सम्पूर्ण मार्गदर्शन) हिंदी में।


होली, दिवाली या गणतंत्र दिवस के दिन आप उत्साह से भरे होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस दिन आपका पसंदीदा शेयर बाजार भी "छुट्टी" मना रहा होता है? जी हाँ! सिर्फ हम इंसान ही नहीं, बल्कि भारत का शेयर बाजार भी कुछ खास दिनों पर आराम करता है। चाहे आप नए निवेशक हों या अनुभवी ट्रेडर, शेयर बाजार की छुट्टियों (Stock Market Holidays) की जानकारी होना आपके वित्तीय स्वास्थ्य के लिए उतना ही जरूरी है जितना आपके लिए स्वस्थ आहार। यह जानकारी न सिर्फ आपको निराशा से बचाएगी बल्कि आपकी ट्रेडिंग योजना को भी मजबूत बनाएगी। आइए, विस्तार से समझते हैं शेयर बाजार की इन विशेष छुट्टियों को।

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शेयर बाजार की छुट्टी क्या होती है? सरल भाषा में समझें

सोचिए, जैसे आपके स्कूल या दफ्तर में हफ्ते में रविवार को छुट्टी होती है, ठीक वैसे ही भारतीय शेयर बाजार (मुख्य रूप से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज - BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज - NSE) भी कुछ निश्चित दिनों पर पूरी तरह बंद रहता है। इन दिनों:
  1. कोई खरीद-बिक्री नहीं होती: आप न तो शेयर खरीद सकते हैं, न बेच सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या ब्रोकर के ऐप पर भी ऑर्डर देना असंभव होता है।
  2. बाजार "बंद" रहता है: सेंसेक्स और निफ्टी जैसे सूचकांकों (Indices) में कोई उतार-चढ़ाव नहीं दिखता। स्क्रीन स्थिर रहती है।
  3. सेटलमेंट कार्य विराम: शेयर खरीदने के बाद उनका आपके डीमैट खाते में आना (या बेचने पर पैसा मिलना) जिस प्रक्रिया से होता है, वह भी इन दिनों रुकी रहती है।

सरल उदाहरण: मान लीजिए आप 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को शेयर बेचना चाहते हैं। आप ऐसा नहीं कर पाएंगे क्योंकि उस दिन बाजार बंद रहेगा। आपको अगले कारोबारी दिन (16 अगस्त, अगर वह छुट्टी न हो) का इंतजार करना होगा।

सिर्फ रविवार ही क्यों? शेयर बाजार की छुट्टियों के प्रकार

शेयर बाजार की छुट्टियाँ सिर्फ रविवार तक सीमित नहीं हैं। ये मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं:

1.नियमित साप्ताहिक छुट्टियाँ (Regular Weekly Holidays):
  • रविवार (Sunday): हर हफ्ते का यह दिन स्थायी छुट्टी होती है। बाजार पूरी तरह बंद रहता है।
2.राष्ट्रीय छुट्टियाँ (National Holidays):

1.ये देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता से जुड़े दिन होते हैं। उदाहरण:
  • गणतंत्र दिवस (26 जनवरी)
  • स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त)
  • गांधी जयंती (2 अक्तूबर)
2.इन दिनों देश भर में सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं और शेयर बाजार भी इनका सम्मान करते हुए बंद रहता है।

3.प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक उत्सव (Major Religious & Cultural Festivals):
  • भारत विविधताओं का देश है। यहाँ अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों के महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। शेयर बाजार इनका भी सम्मान करता है। कुछ प्रमुख उदाहरण:
  • महाशिवरात्रि, होली, गुड फ्राइडे (ईसाई, लेकिन पूरे देश में मनाया जाता है), राम नवमी, गणेश चतुर्थी, दशहरा (विजयदशमी), दिवाली (लक्ष्मी पूजन के दिन - Deepawali (Laxmi Pujan)), गुरु नानक जयंती। ईद-उल-फितर, ईद-उल-अज़हा (बकरीद), मुहर्रम। क्रिसमस डे (25 दिसंबर), पारसी नव वर्ष (पतेती), बौद्ध पूर्णिमा (बुद्ध जयंती)।
  • ध्यान रखें: किसी त्योहार की छुट्टी किस दिन होगी, यह चंद्र कैलेंडर के अनुसार बदल सकता है। हर साल एक्सचेंज इसकी घोषणा करते हैं।
4.विशेष अवसर (Special Occasions - Rare):
1. कभी-कभी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण भी बाजार बंद रखने का निर्णय लिया जा सकता है, जैसे:
  • गंभीर प्राकृतिक आपदा (बाढ़, चक्रवात)
  • गंभीर सुरक्षा खतरा या राष्ट्रीय संकट
  • तकनीकी खराबी (बहुत ही दुर्लभ)
2. ये छुट्टियाँ पहले से घोषित नहीं होतीं और बहुत कम होती हैं।

क्यों जरूरी हैं ये छुट्टियाँ? सिर्फ आराम से ज्यादा!

शेयर बाजार की छुट्टियाँ सिर्फ ब्रोकर्स और एक्सचेंज कर्मचारियों को आराम देने के लिए नहीं होतीं। इनके पीछे गहरे कारण हैं:

1.देश की संस्कृति और परंपराओं का सम्मान: भारत अपनी सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाना जाता है। इन महत्वपूर्ण त्योहारों और राष्ट्रीय दिवसों पर बाजार बंद रखकर देश की एकता और विविधता का सम्मान किया जाता है। यह सभी धर्मों और समुदायों के प्रति समानता का संदेश देता है।

2.भागीदारों की उपलब्धता सुनिश्चित करना: शेयर बाजार सिर्फ खरीदने-बेचने की जगह नहीं है। इसके पीछे कई संस्थाएँ काम करती हैं:
  • ब्रोकर और उनके स्टाफ: जो आपके ऑर्डर को एक्सचेंज तक पहुँचाते हैं।
  • बैंक: जहाँ से पैसा आता-जाता है (फंड ट्रांसफर, सेटलमेंट)।
  • डिपॉजिटरीज (NSDL, CDSL): जहाँ आपके शेयर डीमैट खाते में सुरक्षित रहते हैं।
  • क्लीयरिंग कॉरपोरेशन (NSCCL, ICCL): जो यह सुनिश्चित करते हैं कि खरीदार को शेयर मिले और बेचने वाले को पैसा।
  • रेगुलेटर (SEBI): जो पूरे सिस्टम पर नजर रखता है। इन सभी संस्थानों के कर्मचारी भी इन राष्ट्रीय और धार्मिक अवसरों पर अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं। छुट्टियाँ उन्हें यह अवसर देती हैं।
3.सेटलमेंट चक्र को सुचारू(smooth) रखना: शेयर की खरीद-बिक्री के बाद पैसे और शेयरों का आदान-प्रदान (सेटलमेंट) एक निश्चित प्रक्रिया और समय (आमतौर पर T+1 दिन, यानी ट्रेड के अगले दिन) में होता है। अगर बाजार खुला रहे तो छुट्टी वाले दिन बैंक और डिपॉजिटरीज के बंद रहने से यह प्रक्रिया अटक सकती है, जिससे निवेशकों को परेशानी हो सकती है। छुट्टियाँ इस सुचारू प्रक्रिया को बनाए रखने में मदद करती हैं।

4.वैश्विक बाजारों के साथ तालमेल: कभी-कभी बड़ी अंतरराष्ट्रीय छुट्टियों (जैसे क्रिसमस) पर वैश्विक बाजार बंद रहते हैं। ऐसे में भारतीय बाजार का खुला रहना व्यर्थ हो सकता है क्योंकि विदेशी निवेशक (FII) सक्रिय नहीं होते और वैश्विक संकेतों का अभाव होता है।

छुट्टियों का असर: ट्रेडर्स और निवेशकों पर क्या पड़ता है?

1.ट्रेडिंग रुक जाती है: सबसे स्पष्ट असर! आप उस दिन कुछ भी खरीद या बेच नहीं सकते। अगर कोई जरूरी काम (जैसे प्रॉफिट बुक करना या लॉस काटना) था, तो उसे छुट्टी के पहले या बाद के दिन ही करना होगा।

2.सेटलमेंट में देरी: अगर आपने छुट्टी से ठीक पहले वाला दिन (T-दिन) को शेयर खरीदा या बेचा है, तो छुट्टी के कारण सेटलमेंट (पैसा मिलना या शेयर खाते में आना) में एक दिन का अतिरिक्त विलंब हो सकता है। क्योंकि छुट्टी वाले दिन काम नहीं होता।
  • उदाहरण: मान लें आपने गुरुवार को शेयर बेचा। T+1 सेटलमेंट के हिसाब से आपको पैसा शुक्रवार को मिलना चाहिए। लेकिन अगर शुक्रवार को छुट्टी है, तो पैसा सोमवार (अगला कारोबारी दिन) को आएगा।
3."हॉलीडे इफेक्ट" (Holiday Effect): कई बार छुट्टी से ठीक पहले या बाद के दिन बाजार में खास तरह की हलचल देखी जा सकती है। कुछ ट्रेडर छुट्टी से पहले अपनी पोजीशन क्लोज करना पसंद करते हैं (जिससे बिकवाली दबाव बढ़ सकता है), या छुट्टी के बाद नए सिरे से एंट्री करते हैं (जिससे खरीदारी बढ़ सकती है)। हालाँकि यह हमेशा नहीं होता और इस पर भरोसा करना जोखिम भरा है।

4.वैश्विक घटनाक्रमों का असर:
अगर भारतीय बाजार छुट्टी पर है लेकिन विदेशी बाजार (जैसे अमेरिका) खुले हैं और वहाँ कोई बड़ी घटना (अच्छी या बुरी) होती है, तो इसका असर अगले भारतीय कारोबारी दिन पर अक्सर देखने को मिलता है। बाजार गैप (ऊपर या नीचे खुलना) आम बात है।

स्मार्ट निवेशक बनें: छुट्टियों के लिए कैसे करें तैयारी?

1.छुट्टियों की लिस्ट हमेशा अपडेट रखें: यह सबसे जरूरी कदम है! भारतीय शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची हर साल BSE (bseindia.com) और NSE (nseindia.com) की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाती है। इन्हें बुकमार्क कर लें या पीडीएफ डाउनलोड करके रखें। कैलेंडर में नोट कर लें।

2.अपने ब्रोकर से अपडेट प्राप्त करें: ज्यादातर ब्रोकिंग ऐप (जैसे Zerodha, Upstox, Groww, Angel One) और कंपनियाँ अपने ग्राहकों को ईमेल, SMS या ऐप नोटिफिकेशन के जरिए छुट्टियों की जानकारी भेजती हैं। इन नोटिफिकेशन्स को इग्नोर न करें।

3.फंड ट्रांसफर और विदड्रॉल की प्लानिंग: अगर आपको छुट्टी के बाद ट्रेडिंग के लिए पैसे चाहिए, तो याद रखें कि बैंक ट्रांसफर में भी समय लगता है। छुट्टी से पहले ही पैसे अपने ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। इसी तरह, अगर आपको पैसे निकालने (Withdraw) हैं, तो ध्यान रखें कि सेटलमेंट में देरी हो सकती है। पहले से प्लान करें।

4.Dates of Expiry (Future & Option) पर विशेष ध्यान दें: छुट्टी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है अगर आप Future and Option (Derivatives) में ट्रेडिंग करते हैं। Contracts की समाप्ति तिथि फिक्स होती है। अगर एक्सपायरी डेट छुट्टी पर पड़ती है, तो एक्सपायरी को अगले कारोबारी दिन तक बढ़ा दिया जाता है। इसकी जानकारी एक्सचेंज की वेबसाइट पर मिलती है।

5.लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए रिलैक्स!: अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं (सालों या दशकों के लिए), तो एक-दो छुट्टियों से आपकी रणनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए। आपका फोकस कंपनी के फंडामेंटल्स और बाजार के दीर्घकालिक रुझान पर होना चाहिए। छुट्टियों पर चिंता करने की जरूरत नहीं।

भारतीय शेयर बाजार की छुट्टियाँ 2025 (Indian Stock Market Holidays 2025)

(याद रखें: BSE और NSE द्वारा जारी आधिकारिक कैलेंडर इस सूची का आधार है। हमेशा किसी भी अंतिम बदलाव के लिए एक्सचेंज वेबसाइट देखें।)


दिनांक (Date) दिन (Day) अवसर (Occasion) प्रकार (Type)
26 जनवरी 2025 रविवार गणतंत्र दिवस (Republic Day) राष्ट्रीय छुट्टी
29 मार्च 2025 शनिवार होली (Holi) सांस्कृतिक छुट्टी
18 अप्रैल 2025 शुक्रवार गुड फ्राइडे (Good Friday) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
14 अप्रैल 2025 सोमवार डॉ. बी. आर. अम्बेडकर जयंती / महावीर जयंती (Dr. B.R. Ambedkar Jayanti / Shri Mahavir Jayanti) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
01 May(मई) 2025 Thursday(गुरुवार महाराष्ट्र दिन/कामगार दिन (Maharashtra Day / Labour Day) राजकीय/सांस्कृतिक छुट्टी
15 अगस्त 2025 शुक्रवार स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) राष्ट्रीय छुट्टी
02 October(अक्टूबर) 2025 Thursday(गुरुवार) महात्मा गांधी जयंती (Mahatma Gandhi Jayanti) राष्ट्रीय छुट्टी
23 अक्टूबर 2025 गुरुवार दशहरा (विजयदशमी) (Dussehra (Vijayadashami)) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
31 अक्टूबर 2025 शुक्रवार दिवाली - लक्ष्मी पूजन (Diwali - Laxmi Pujan) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
01 नवंबर 2025 शनिवार दिवाली - बलि प्रतिपदा (Diwali - Balipratipada) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
07 November(नवंबर) 2025 Friday(शुक्रवार) गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी
25 दिसंबर 2025 गुरुवार क्रिसमस डे (Christmas Day) सांस्कृतिक/धार्मिक छुट्टी


महत्वपूर्ण नोट:
  • रविवार: हर रविवार बाजार बंद रहता है, ये बात तो आपको मालूम ही है।
  • शाम की ट्रेडिंग: अगर शाम की ट्रेडिंग सत्र (जैसे इक्विटी डेरिवेटिव्स में) होता है और वह दिन छुट्टी का है, तो शाम का सत्र भी बंद रहेगा।
किसी भी अपडेटेड जानकारी के लिए BSE (www.bseindia.com) और NSE (www.nseindia.com) की आधिकारिक साइट्स पर जारी नवीनतम नोटिफिकेशन्स देखना न भूलें।कहाँ से पता करें छुट्टियों का? विश्वसनीय स्रोत

1. BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) की आधिकारिक वेबसाइट (www.bseindia.com): होमपेज पर ही 'Holidays' सेक्शन मिल जाता है। सालाना कैलेंडर पीडीएफ में उपलब्ध होता है।
2. NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) की आधिकारिक वेबसाइट (www.nseindia.com): 'Circulars' या 'Holidays' सेक्शन में जाकर आधिकारिक सूची डाउनलोड करें।
3. SEBI (सेबी) की वेबसाइट (www.sebi.gov.in): रेगुलेटर की साइट पर भी महत्वपूर्ण सूचनाएँ और लिंक मिल सकते हैं।
4. आपके ब्रोकर का ऐप या वेबसाइट: ज्यादातर ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को छुट्टियों की जानकारी देते हैं।
5. विश्वसनीय फाइनेंस न्यूज पोर्टल्स (जैसे Moneycontrol.com और Economic Times.com) भी एक्सचेंजों के आधिकारिक अवकाश कैलेंडर को प्रकाशित करते हैं।

निष्कर्ष: (stock market holidays)

जानकारी ही है आपकी ताकत शेयर बाजार की छुट्टियाँ कोई बाधा नहीं, बल्कि एक व्यवस्थित बाजार के चलने का एक जरूरी हिस्सा हैं। एक स्मार्ट निवेशक या जागरूक ट्रेडर बनने के लिए इन छुट्टियों की सटीक जानकारी रखना आपकी पहली जिम्मेदारी है। यह जानकारी:
  • आपको अनावश्यक निराशा (जैसे छुट्टी वाले दिन ऑर्डर न दे पाना) से बचाएगी।
  • आपकी फंड मैनेजमेंट और ट्रेड प्लानिंग को ज्यादा प्रभावी बनाएगी।
  • सेटलमेंट प्रक्रिया को समझने और उसकी उम्मीद रखने में मदद करेगी।
  • आपको बाजार के काम करने के तरीके की गहरी समझ देगी।
इसलिए, अगली बार जब कोई बड़ा त्योहार या राष्ट्रीय दिवस आए, तो न सिर्फ उसका आनंद लें, बल्कि यह भी जान लें कि उस दिन आपका पैसा काम कर रहा है या आराम! BSE तथा NSE की वेबसाइट्स विजिट करके 2025 के स्टॉक मार्केट छुट्टी की सूची प्राप्त करें और इन तिथियों को अपने कैलेंडर में हाइलाइट करें। यह साधारण सी प्रैक्टिस आपके निवेशक जीवन को ज्यादा संरचित और सफल बना देगी।

हैप्पी इन्वेस्टिंग!

धन्यवाद!

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