Best Technical Stock Screener Free: मुनाफा कमाओ मुफ्त में!

Best Technical Stock Screener Free - सर्वश्रेष्ठ मुफ्त तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर: शेयर बाजार में मास्टरी के लिए आपका परफेक्ट गाइड!



Best Technical Stock Screener Free का Introduction/परिचय

क्या आपने कभी महसूस किया है कि शेयर बाजार एक विशाल, अंतहीन सागर की तरह है? हजारों कंपनियां हैं, हर सेकंड कीमतें ऊपर-नीचे हो रही हैं, और आपके सामने सबसे बड़ा सवाल है: "आखिर सही स्टॉक चुनूं कैसे?" अगर आप एक डे ट्रेडर हैं, स्विंग ट्रेडर हैं, या फिर एक लॉन्ग-टर्म निवेशक जो सही एंट्री पॉइंट तलाश रहे हैं, तो यह सवाल आपके दिमाग में जरूर आता होगा।

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पहले के जमाने में लोग महीनों चार्ट्स का अध्ययन करते थे। लेकिन आज की डिजिटल दुनिया में एक जबरदस्त टूल मौजूद है जो आपकी इस समस्या का समाधान है – तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर (Technical Stock Screener)

पर समस्या यह है कि इंटरनेट पर सैकड़ों स्क्रीनर मौजूद हैं, जिनमें से ज्यादातर महंगे हैं या भारतीय बाजार के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं हैं। तो सवाल यह उठता है: "क्या वाकई कोई अच्छा और मुफ्त तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर exists करता है?"

जवाब है हाँ! और इसी जवाब को खोजने के आपके सफर में यह आर्टिकल आपका अंतिम मार्गदर्शक बनने वाला है। इस व्यापक गाइड में हम न सिर्फ आपको सबसे अच्छे मुफ्त टेक्निकल स्टॉक स्क्रीनर्स की लिस्ट देंगे, बल्कि यह भी सिखाएंगे कि उन्हें एक एक्सपर्ट की तरह कैसे इस्तेमाल करना है। चलिए, शुरू करते हैं।

तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर आखिर है क्या?

सीधे शब्दों में कहें तो, एक स्टॉक स्क्रीनर आपका व्यक्तिगत स्टॉक-खोज सहायक है। मान लीजिए आप एक कार खरीदना चाहते हैं। आपकी कुछ शर्तें होंगी: माइलेज 20kmpl से ज्यादा हो, कीमत 10 लाख रुपये से कम हो, और रंग सफेद हो। आप कार डीलरशिप पर जाकर ऐसी ही गाड़ियां देखेंगे।

एक स्टॉक स्क्रीनर ठीक यही काम शेयरों के लिए करता है। आप उसे अपनी "शर्तें" (Parameters) बताते हैं, जैसे: 
  • ऐसे स्टॉक्स दिखाओ जिनका RSI 30 से कम हो (यानी ओवरसोल्ड हों)।
  • ऐसे स्टॉक्स दिखाओ जिन्होंने 50-day Moving Average को ऊपर से क्रॉस किया हो।
  • ऐसे स्टॉक्स दिखाओ जिनमें आज 10 लाख से ज्यादा शेयरों की ट्रेडिंग हुई हो।

स्क्रीनर सेकंडों में आपके सामने ऐसे सभी शेयरों की एक लिस्ट लेकर आ जाएगा जो आपकी शर्तों पर खरे उतरते हैं। इस तरह, आप हज़ारों शेयरों में से सिर्फ उन 10-15 शेयरों पर फोकस कर पाते हैं जो आपकी ट्रेडिंग रणनीति के अनुकूल हैं। यही इसकी ताकत है।

स्क्रीनर का उपयोग करने से पहले जान लें ये 4 जरूरी तकनीकी इंडीकेटर्स

स्क्रीनर को आप जितना अच्छे "सवाल" पूछेंगे, वह उतने ही अच्छे "जवाब" देगा। ये सवाल तकनीकी इंडीकेटर्स (Technical Indicators) की मदद से पूछे जाते हैं। आइए, इनमें से कुछ महत्वपूर्ण इंडीकेटर्स को सरल भाषा में समझते हैं।

1. मूविंग एवरेज (Moving Average - MA)

  • सरल भाषा में समझ: यह एक शेयर की पिछले कुछ दिनों (जैसे 50 दिन या 200 दिन) की औसत कीमत की एक रेखा होती है, जो चार्ट पर चलती (मूव) रहती है।
  • कैसे काम करता है: यह बाजार के रुख (Trend) को समझने में मदद करता है। अगर शेयर की कीमत अपनी 50-day MA से ऊपर है, तो अपट्रेंड माना जाता है। अगर नीचे है, तो डाउनट्रेंड
  • स्क्रीनिंग में उपयोग: "शेयर की कीमत ने 50-day MA को ऊपर से क्रॉस किया हो" जैसी शर्त लगाकर नए अपट्रेंड की शुरुआत वाले स्टॉक्स ढूंढे जा सकते हैं।
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2. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI)

  • सरल भाषा में समझ: RSI एक स्पीडोमीटर की तरह है जो बताता है कि कोई शेयर बहुत तेजी से दौड़ चुका है (ओवरबॉट) या बहुत ज्यादा थक गया है (ओवरसोल्ड)।
  • कैसे काम करता है: इसका मान 0 से 100 के बीच होता है। RSI 70 से ऊपर होना ओवरबॉट स्थिति (बेचने का इंडिकेशन) और RSI 30 से नीचे होना ओवरसोल्ड स्थिति (खरीदने का इंडिकेशन) मानी जाती है।
  • स्क्रीनिंग में उपयोग: "RSI < 30" ऐसे स्टॉक्स ढूंढने के लिए बेहतरीन शर्त है जो ओवरसोल्ड हैं और जहाँ से कीमत में तेजी की उम्मीद की जा सकती है।
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3. मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD)

  • सरल भाषा में समझ: MACD दो मूविंग एवरेज्स के बीच के रिश्ते को मापता है। यह बताता है कि ताकत (Momentum) किस दिशा में है।
  • कैसे काम करता है: इसमें दो लाइनें होती हैं - MACD लाइन और सिग्नल लाइन। जब MACD लाइन, सिग्नल लाइन को ऊपर से काटती है, तो यह एक खरीद (Buy) का इंडिकेशन हो सकता है। जब नीचे से काटती है, तो बेचने (Sell) का इंडिकेशन माना जाता है। इस घटना को MACD क्रॉसओवर कहते हैं। 
  • स्क्रीनिंग में उपयोग: "MACD हिस्टोग्राम > 0" या "MACD लाइन ने सिग्नल लाइन को बुलिश क्रॉस किया हो" जैसी शर्तें लगाई जा सकती हैं।

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4. बोलिंगर बैंड्स (Bollinger Bands)

  • सरल भाषा में समझ: यह एक चलती हुई औसत (MA) के ऊपर और नीचे दो लाइनों वाला एक कॉरिडोर या सुरंग जैसा होता है। यह वॉलैटिलिटी (उतार-चढ़ाव) को दिखाता है।
  • कैसे काम करता है: जब यह सुरंग संकरी होती है, तो इसका मतलब है कि जल्द ही कोई बड़ी movement आने वाली है। जब शेयर की कीमत निचले बैंड को छूती है, तो यह सपोर्ट का काम कर सकता है और जब ऊपरी बैंड को छूती है, तो यह रेजिस्टेंस का काम कर सकता है।
  • स्क्रीनिंग में उपयोग: "Price touched Lower Bollinger Band" ऐसे स्टॉक्स ढूंढ सकता है जो अपने सपोर्ट लेवल पर पहुंचे हैं।
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भारतीय बाजार के लिए सर्वश्रेष्ठ मुफ्त तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर्स की गहन समीक्षा

अब हम आपको उन टॉप फ्री स्क्रीनर्स से परिचित कराएंगे जो भारतीय शेयर बाजार (NSE/BSE) के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

1. TradingView - चार्टिंग और स्क्रीनिंग का बादशाह

TradingView को दुनिया भर के ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स का पसंदीदा प्लेटफॉर्म माना जाता है। इसकी फ्री plan भी इतनी poweful है कि ज्यादातर रिटेल ट्रेडर्स के लिए काफी है।

मुफ्त संस्करण में शामिल सुविधाएँ (Free Plan Features):
  • एक बार में तीन अलग-अलग स्क्रीनर टैब का उपयोग।
  • हर स्क्रीनर पर एक बार में 5 filters (शर्तें) लगाने की सुविधा।
  • Real-time डेटा (थोड़ा डिले के साथ)।
  • सैकड़ों तकनीकी इंडीकेटर्स और चार्टिंग टूल्स।
  • NSE, BSE, NSE F&O सहित भारतीय एक्सचेंजों को सपोर्ट।

भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिकता:
TradingView भारतीय बाजार के लिए बिल्कुल परफेक्ट है। आप NIFTY 50, SENSEX, या किसी भी सेक्टर या इंडेक्स को आसानी से स्कैन कर सकते हैं। यहां तक कि NFO (Futures & Options) के स्टॉक्स को भी स्कैन किया जा सकता है।

Pros (फायदे):
  • User-friendly और आकर्षक इंटरफेस।
  • दुनिया का सबसे बेहतरीन चार्टिंग प्लेटफॉर्म, स्क्रीनिंग के साथ-साथ एनालिसिस भी बेहतरीन।
  • एक्टिव कम्युनिटी और आइडियाज शेयर करने की सुविधा।
  • मोबाइल ऐप भी बेहतरीन है।
Cons (नुकसान):
  • फ्री प्लान में कुछ एडवांस्ड इंडिकेटर्स लॉक होते हैं।
  • रियल-टाइम डेटा में 5-10 मिनट का डिले हो सकता है।
  • ज्यादा हेवी ट्रैफिक के समय सर्वर स्लो हो सकता है।

2. Screener.in - भारतीयों का अपना, फंडामेंटल के लिए बेस्ट

अगर आप फंडामेंटल एनालिसिस (कंपनी के फाइनेंशियल्स) और तकनीकी एनालिसिस का कॉम्बिनेशन चाहते हैं, तो Screener.in से बेहतर कोई मुफ्त विकल्प नहीं है।

मुफ्त संस्करण में शामिल सुविधाएँ:
  • असीमित स्क्रीनिंग (कुछ विज्ञापनों के साथ)।
  • क्वेरी बिल्डर की मदद से एडवांस्ड फंडामेंटल स्क्रीनिंग (जैसे - Debt to equity < 0.5, ROCE > 20%, etc.)।
  • बेसिक तकनीकी स्क्रीनिंग (Price, Volume, SMA, RSI आदि)।
  • एक क्लिक में कंपनी के डिटेल्ड फाइनेंशियल्स और रेश्यो देखने की सुविधा।

भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिकता:
यह प्लेटफॉर्म खासतौर पर भारतीय शेयर बाजार के लिए ही बनाया गया है। इसलिए यहां सभी डेटा और फिल्टर्स भारतीय कंपनियों के हिसाब से ही हैं। यह इसकी सबसे बड़ी ताकत है।

Pros (फायदे):
  • फंडामेंटल एनालिसिस के लिए सबसे शक्तिशाली मुफ्त टूल।
  • कोई सीमा नहीं, आप जितनी चाहें उतनी स्क्रीन बना सकते हैं।
  • डेटा की एक्यूरेसी बहुत अच्छी है।
  • सरल और साफ-सुथरा इंटरफेस।
Cons (नुकसान):
  • तकनीकी स्क्रीनिंग की सुविधाएं TradingView जितनी एडवांस्ड नहीं हैं।
  • चार्टिंग की सुविधा बेसिक है।
  • रियल-टाइम प्राइस में कुछ देरी हो सकती है।

3. Investing.com - वैश्विक प्लेटफॉर्म, भारत के लिए अच्छा सपोर्ट

Investing.com एक विशाल वैश्विक वित्तीय पोर्टल है जो भारतीय बाजार पर भी अच्छी डेटा कवरेज प्रदान करता है।

मुफ्त संस्करण में शामिल सुविधाएँ:
  • कस्टमाइजेबल स्टॉक स्क्रीनर।
  • 100 से भी ज्यादा तकनीकी और फंडामेंटल फिल्टर्स।
  • प्री-सेट स्क्रीनिंग स्ट्रेटेजीज (जैसे ' oversold stocks', 'new highs')।
  • वैश्विक बाजारों की भी स्क्रीनिंग कर सकते हैं।

भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिकता:
यह NSE और BSE के स्टॉक्स को सपोर्ट करता है। डेटा रियल-टाइम के करीब है और विश्वसनीय है।

Pros (फायदे):
  • फिल्टर्स की विशाल variety।
  • वैश्विक और भारतीय बाजार, दोनों को एक ही जगह देख सकते हैं।
  • मोबाइल ऐप बहुत अच्छा है और नोटिफिकेशन भेजता है।
Cons (नुकसान):
  • इंटरफेस थोड़ा cluttered और भरा-भरा लग सकता है।
  • फ्री वर्जन में कुछ विज्ञापन होते हैं।
  • Screener.in जितना डीप फंडामेंटल डेटा नहीं देता।

4. Chartink.com - भारतीय ट्रेडर्स का सबसे ताकतवर और छुपा टूल

Chartink एक पावरफुल और कम अलंजित प्लेटफॉर्म है जो भारतीय ट्रेडर्स के बीच तेजी से popular हो रहा है, खासकर टेक्निकल एनालिसिस के लिए।

मुफ्त संस्करण में शामिल सुविधाएँ:
  • एडवांस्ड तकनीकी स्क्रीनिंग के लिए "Scanner" और "Screener" दोनों टूल।
  • "Multi-Timeframe Scans" - एक ही स्कैन में अलग-अलग टाइमफ्रेम (जैसे daily, weekly) के रिजल्ट देख सकते हैं।
  • प्री-मेड कई उपयोगी स्कैन (जैसे 'Bullish 520', 'Breakout Stocks')।
  • अपनी खुद की स्कैनिंग स्क्रिप्ट लिखने की क्षमता (थोड़े technical knowledge के साथ)।

भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिकता:
यह पूरी तरह से भारतीय बाजार (NSE) पर फोकस्ड है। इसके प्री-मेड स्कैन भारतीय बाजार की Behaviour के हिसाब से बनाए गए हैं।

Pros (फायदे):
  • तकनीकी स्क्रीनिंग की क्षमता बहुत ज्यादा है।
  • मल्टी-टाइमफ्रेम स्कैनिंग एक बेहतरीन फीचर है।
  • कम्युनिटी द्वारा शेयर किए गए हज़ारों स्कैन मौजूद हैं।
Cons (नुकसान):
  • इंटरफेस नया यूजर के लिए थोड़ा complex लग सकता है।
  • फंडामेंटल स्क्रीनिंग की सुविधा नहीं के बराबर है।
  • रियल-टाइम डेटा फ्री वर्जन में डिले के साथ आता है।

(यहाँ एक विजुअल कॉम्पेरिजन टेबल होगी जो सभी स्क्रीनर्स के फीचर्स, भारतीय बाजार सपोर्ट, और रेटिंग side-by-side दिखाएगी)

स्क्रीनर का नाम बेस्ट फॉर भारतीय बाजार सपोर्ट तकनीकी इंडिकेटर्स फंडामेंटल स्क्रीनिंग यूजर-फ्रेंडली कुल रेटिंग (5⭐)
TradingView चार्टिंग + स्क्रीनिंंग ⭐⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐⭐ 4.5
Screener.in फंडामेंटल एनालिसिस ⭐⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐ 4.5
Investing.com वैश्विक + भारत ⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐ 4.0
Chartink.com एडवांस्ड टेक्निकल स्कैन ⭐⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐⭐⭐ ⭐⭐⭐ 4.0

स्क्रीनर्स का उपयोग करके ट्रेडिंग रणनीतियाँ कैसे बनाएं?

अब सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा: इन टूल्स का इस्तेमाल करके आप वास्तव में पैसा कैसे कमा सकते हैं? आइए दो अलग-अलग ट्रेडिंग स्टाइल्स के लिए उदाहरण देखते हैं।

उदाहरण 1: स्विंग ट्रेडिंग के लिए MACD क्रॉसओवर स्ट्रैटेजी

स्विंग ट्रेडर्स कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक पोजीशन होल्ड करते हैं। MACD क्रॉसओवर इसके लिए एक बेहतरीन इंडिकेटर है।

TradingView पर स्क्रीनर सेटअप:

  1. TradingView के 'Screener' टैब पर जाएं।
  2. फिल्टर में जोड़ें: Exchange is NSE (और BSE अगर चाहें)
  3. फिल्टर में जोड़ें: MACD.macd crosses above MACD.signal (यह बुलिश क्रॉसओवर ढूंढेगा)
  4. (ऑप्शनल) फिल्टर में जोड़ें: Volume > 500000 (ताकि only liquid stocks दिखें)

यह स्क्रीन आपको ऐसे सभी स्टॉक्स दिखाएगा जहाँ अभी-अभी MACD ने बुलिश क्रॉसओवर दिया है, जो एक संभावित खरीद के अवसर की ओर इशारा करता है।

उदाहरण 2: डे ट्रेडिंग के लिए हाई-वॉल्यूम ब्रेकआउट स्ट्रैटेजी

डे ट्रेडर्स intraday मूवमेंट्स से profit कमाते हैं। High volume often means strong movement.

Chartink या Investing.com पर स्क्रीनर सेटअप:

  1. Scanner खोलें।
  2. फिल्टर सेट करें: Price percentage change > 2% (ताकि अच्छी movement वाले स्टॉक मिलें)
  3. फिल्टर सेट करें: Volume > 1.5 * 20-day average volume (यह चेक करेगा कि आज का वॉल्यूम सामान्य से 50% ज्यादा है या नहीं)
  4. फिल्टर सेट करें: RSI(14) < 70 (ताकि ओवरबॉट स्टॉक्स filter out हो जाएं)

यह स्क्रीन आपको ऐसे स्टॉक्स दिखाएगा जो आज high volume के साथ तेजी से बढ़ रहे हैं, जो एक strong breakout का संकेत हो सकता है।

निष्कर्ष: आपकी यात्रा अभी शुरू हुई है

दोस्तों, एक बेहतरीन मुफ्त तकनीकी स्टॉक स्क्रीनर आपके ट्रेडिंग आर्सेनल में एक घातक हथियार की तरह है। इसने पेशेवरों तक सीमित रह गए टूल्स को हर आम निवेशक के लिए सुलभ बना दिया है।

अगला कदम क्या है?
  1. शुरुआत करें: इस आर्टिकल में बताए गए चारों स्क्रीनर्स में से किसी एक (सुझाव: TradingView या Screener.in) के साथ शुरुआत करें।
  2. प्रयोग करें: बिना पैसे लगाए (paper trading) अपनी रणनीतियों का टेस्ट करें। देखें कि आपके बनाए स्कैन के रिजल्ट अगले कुछ दिनों में कैसा perform करते हैं।
  3. सीखते रहें: एक ही रणनीति पर स्टिक रहें, उसे बार-बार बदलें नहीं। backtesting करें और अपने अनुभव से सीखें।
याद रखें, कोई भी स्क्रीनर 100% सही सिग्नल नहीं देता। यह सिर्फ आपकी रिसर्च को कम समय में करने का एक शानदार तरीका है। अंतिम निर्णय हमेशा आपका अपना विवेक और analysis ही होना चाहिए।

शुभ निवेश और खुशहाल ट्रेडिंग!

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